मुक्त कारोबार समझौते (एफटीए) के कारण भारत का संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से सोने-चांदी का आयात 2023-24 में 210 फीसदी बढ़कर 10.7 अरब डॉलर पहुंच गया। 2022-23 में यह 3.5 अरब डॉलर था।सोने-चांदी के आयात में तेज वृद्धि मुख्य रूप से दोनों देशों के व्यापक इकनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (सीईपीए) के तहत भारत की ओर से यूएई को दी गई शुल्क रियायतों की वजह से हुई है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की रिपोर्ट के मुताबिक, सोने और चांदी का आयात घटाने के लिए समझौते के तहत रियायती सीमा शुल्क दरों में बदलाव की जरूरत है। भारत चांदी के आयात पर सात फीसदी सीमा शुल्क रियायत और 160 मीट्रिक टन सोने पर एक फीसदी रियायत देता है। जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, भारत में सोने, चांदी और जूलरी पर 15 फीसदी का उच्च आयात शुल्क लगता है, जिसे घटाकर पांच फीसदी करना चाहिए।
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