असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक, कछार जिले के सोनई में तीन लोगों और सिलचर राजस्व सर्किल में एक व्यक्ति की बाढ़ के कारण मौत हो गई। इसके साथ ही इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान से मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई।रिपोर्ट में कहा गया है कि कछार, धेमाजी, डिब्रूगढ़, दीमा हसाओ, हैलाकांडी, होजई, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, मोरीगांव और नगांव जिलों में बाढ़ के कारण 6,25,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए।इसमें कहा गया है कि नगांव सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 3.64 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद कछार में 1.36 से ज्यादा लोग और होजई में 90 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। रविवार तक राज्य के दस जिलों में करीब 5.35 लाख लोग प्रभावित थे।प्रशासन छह जिलों में 191 शिविर चला रहा है। जहां 36,741 लोगों ने शरण ली है। 108 राहत वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अभी 577 गांव जलमग्न हैं और 6023.18 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है।कछार, नगांव, डिब्रूगढ़, दीमा हसाओ, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, करीमगंज में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे भी क्षतिग्रस्त हो गए। वर्तमान में कोपिली और कुशियारा नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।
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